पंजाब में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए 30 लाख कृत्रिम गर्भाधान का लक्ष्य

पंजाब में दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए 30 लाख कृत्रिम गर्भाधान का लक्ष्य

पंजाब के पशुपालन विभाग ने राज्य के डेयरी सेक्टर को सशक्त बनाने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है, जिसके तहत प्रतिवर्ष 30 लाख कृत्रिम गर्भाधान (AI) का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस योजना का उद्देश्य दूध उत्पादन में वृद्धि और पशुओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर बनाना है। इस परियोजना के तहत, राज्य में दुग्ध पशुओं की नस्लों को उन्नत किया जाएगा, जिससे समग्र उत्पादकता में सुधार होगा।

योजना के मुख्य घटक
इस योजना के तहत पंजाब में दो प्रमुख सीमेन स्टेशन हैं, जो राज्य के प्रजनन कार्यक्रम की नींव हैं।

  • नाभा स्टेशन (ए-ग्रेड): यहां 93 बैल हैं, जिनमें 60 मुर्रा भैंस, 10 नीलि रावी भैंस और 7 होल्स्टीन फ्रिसियन (HF) गाय के बैल शामिल हैं।
  • रूपनगर स्टेशन (बी-ग्रेड): यहां 46 बैल हैं, जिनमें 26 मुर्रा भैंस और 8 नीलि रावी भैंस शामिल हैं। इन स्टेशनों का मुख्य कार्य उच्च गुणवत्ता वाले सीमेन का उत्पादन करना है ताकि पशुओं की दूध देने की क्षमता और रोग प्रतिरोधकता में सुधार हो सके।

प्रोजेनी टेस्टिंग प्रोजेक्ट्स
राज्य में नस्ल सुधार के लिए विभिन्न परियोजनाएं लागू की जा रही हैं, जैसे मुर्रा भैंसों के लिए PT-मुर्रा, साहिवाल गायों के लिए PT-साहिवाल और नीलि रावी भैंसों के लिए PS-नीलि रावी परियोजना।

आर्थिक निवेश
इस परियोजना के लिए 2019 से 2026 तक कुल 57 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है, जिसमें 28.5 करोड़ रुपये PT-मुर्रा और 20.88 करोड़ रुपये PT-साहिवाल परियोजनाओं के लिए आवंटित किए गए हैं। अब तक कुल 25.8 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं।

उपलब्धियाँ और परिणाम
2019 से अब तक 419 उच्च आनुवंशिक गुणवत्ता वाले मुर्रा बछड़े खरीदे गए हैं, जबकि साहिवाल और नीलि रावी नस्लों के उन्नयन के लिए क्रमशः 194 और 19 बछड़ों का चयन किया गया है। इन परियोजनाओं का लक्ष्य दूध उत्पादन में सुधार के साथ-साथ पशुओं की स्वास्थ्य स्थिति को भी बेहतर बनाना है।

पशुपालन मंत्री का बयान
पशुपालन मंत्री गुरमीत सिंह खुदीयन ने इस योजना की अहमियत बताते हुए कहा, “हम पंजाब के डेयरी सेक्टर में बड़ा बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इससे न केवल दूध उत्पादन में वृद्धि होगी, बल्कि हमारे पशु रोगों के प्रति अधिक प्रतिरोधक होंगे, जिससे किसानों की आय में भी सुधार होगा।”

निष्कर्ष
पंजाब का डेयरी सुधार योजना राज्य के डेयरी क्षेत्र में क्रांति लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। 30 लाख कृत्रिम गर्भाधान के लक्ष्य और उच्च आनुवंशिक गुणवत्ता वाले पशुओं के प्रजनन पर जोर के साथ, यह योजना राज्य में दुग्ध उत्पादकता और पशुओं के स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार लाएगी।

References:

– Punjab Animal Husbandry department announcements

– Details of semen stations and projects

– Financial allocations and utilization reports

Author

  • Welcome to edairy, here you can learn Everything About Dairy. We are passionate about dairy, and we’ve made it our mission to share our knowledge and expertise with you.

    View all posts

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Shopping Cart
Scroll to Top